पैरालीगल वालंटियर जरूरी दस्तावेज तैयार कर दिलाया राशि, यह राशि बना उस महिला का सहारा
ख़ैरागढ़ 00 ग्राम बोईरडीह निवासी यमुना बाई साहू के पति विष्णु राम का स्वर्गवास ह्रदय गति रुक जाने से हो गया। विष्णु राम साहू अपने परिवार का पालन पोषण करने वाला और जीविकोपार्जन करने वाला थे और उसी की मृत्यु के पश्चात पूरा परिवार शारीरिक और आर्थिक रूप से टूट चुका था उसकी पत्नी को अपने पति की मृत्यु का दुख तो था ही साथ ही उसे यह चिंता भी थी की अब आगे उनके परिवार का पालन पोषण जीविकोपार्जन कैसे होगा करके। और आगे उनके घर में उनके पति के नाम से छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के द्वारा एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड में बीमा था। उक्त महिला पढ़ी-लिखी नहीं होने से उसको इस बात की जानकारी तो थी कि उसके पति ने बीमा करवाया था लेकिन कितने का बीमा है कितना मिलना है यह कागज बीमा का ही है कि नहीं यह वह नहीं जानती थी और उस बीमा राशि को प्राप्त करने के लिए कहां जाना है क्या करना है नहीं पता था चुंकी बीमा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के माध्यम से हुआ था अतः उस बीमा के कागजात को लेकर जाकर उस महिला ने बैंक में दिखाया कि उसका बीमा है क्या करके लेकिन बैंक वालों ने बीमा के संबंध में कुछ नहीं बताया । तब वह अड़ोसी - पड़ोसी गांव वालों को भी दिखाया कागज का लेकिन उन लोगों ने भी बीमा है कि नहीं के संबंध में कुछ नहीं बताया। जिसकी जानकारी पैरालीगल वालंटियर को होने पर तुरंत एक्शन लेते हुए जनरल इंश्योरेंस के टोल फ्री नंबर बात किया गया और पूरी जानकारी एकत्र की गई अगले दिन छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक जाकर के और पुनः उसका विस्तृत जानकारी प्राप्त कर एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के एजेंट से मिलकर के उसके बीमा क्लेम के संबंध में जानकारी ली गई और उस एजेंट के द्वारा बताए गए क्लेम प्राप्त करने के लिए जरूरी कागजातपैरा लीगल वालंटियर द्वारा उस महिला का खाता उसी बैंक में खुलवाया गया मृत्यु प्रमाण पत्र एफिडीफिट स्टैंप आदि जरूरी दस्तावेज तैयार करवा कर और उस एजेंट को दिया गया । जोकि बीमा क्लेम 500000 पांच लाख की राशि पास होकर के उसके खाते में दिनांक 06/12/2022 को जमा हुआ। यह राशि की एंट्री देखकर वह बेवा महिला के आंखों में संतोष दिखाइ दिया कि इस राशि से क्रिया-कर्म और उनके इलाज में जो राशि कर्ज से खर्चा हुए हैं वह कर्ज चुकाया जा सकता है। तब आगे 31.01.2023 उस राशि को निकालकर जितने भी उसके इलाज वगैरा और क्रिया कर्म वगैरह में खर्चा हुआ था कर्जा हुआ था उसको उन्होंने अदा कर राहत की सांस ली। सभी का कर्जा चुकाने के बाद शेष राशि को उसके खाते में बचत के रूप में जमा किया गया ताकि उसका जो आगे का जीवन है वह बिना किसी आर्थिक तंगी के बीत सके।
इस पूरे कार्य को अंजाम तक पहुंचाने के लिए और ऐसे विपरीत समय में सहयोग समय देने के लिए जब व्यक्ति के पास अपने कार्यों से फुर्सत नहीं है दूसरे को सहयोग करने के लिए उस संकट की घड़ी में समय देने सहयोग करने के लिए पैरा लीगल वालंटियर गोलूदास को सदा सुखी रहने का आशीर्वाद दिया और तालुक विधिक सेवा समिति खैरागढ़ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजनांदगांव का धन्यवाद ज्ञापित किया और विधिक सेवा प्राधिकरण को गरीब असहाय लोगों के लिए वरदान बताया।