छुईखदान 00 धर्मयात्रा के माध्यम से धर्म जनजागरण का कार्य अनवरत जारी है। 63 वें पड़ाव में यात्रा छुईखदान स्थित छोटे कॉलोनी पहुंचीं। मंगलवार को धर्मयात्रा में निरंतर शामिल रहने वाले वरिष्ठ जनों ने सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पाठ के नियमित पाठ के महत्व को बताया। धर्मयात्रा प्रमुख भागवत शरण सिंह ने कहा कि हमें धर्म के साथ कर्म को भी जीवन का आधार बनाना होगा। सत्संग के साथ हम स्वयं के लिए परोपकार का एक मार्ग ज़रूर सुनिश्चित करें। तभी जीवन सार्थक होगा। हनुमान जी संपूर्ण जीवन उसी परोपकार की सीख देता है। श्री रामचरितमानस का पांचवां सोपान जीवन को नई दिशा देने वाला है। जगन्नाथ सेवा समिति के अध्यक्ष आदित्य देव ने धर्मयात्रा के आगामी पड़ावों को सामने रखा। संचालन शरद श्रीवास्तव ने किया।
इसी तरह से चलती रहे धर्मयात्रा - अजय शर्मा,वरिष्ठ शिक्षक
वरिष्ठ शिक्षक अजय शर्मा ने कहा कि धर्मयात्रा के माध्यम से हो रहा सुंदरकांड का पाठ जीवन में अभूत पूर्व परिवर्तन लाने वाला है। ऐसा लगता है। धर्मयात्रा इसी तरह से अनवरत चलती रहे। और अधिक से अधिक लोग सुंदरकांड व हनुमान चालीसा के पाठ के महत्व को समझकर जीवन में परिवर्तन ला सकें।
डोंगरगढ़ में भी करेंगी इसी तरह की पहल - धनेश्वरी साहू, शिक्षिका,डोंगरगढ़
डोंगरगढ़ से आकर नियमित रूप से धर्मयात्रा के सामूहिक पाठ में शामिल होने वाली शिक्षिका धनेश्वरी साहू ने कहा कि छुईखदान में पदस्थापना के बाद वे सुंदरकांड के सामूहिक पाठ का हिस्सा बनीं। डोंगरगढ़ स्थानांतरण के बावजूद वे यात्रा में शामिल होने का मोह नहीं छोड़ पाईं और डोंगरगढ़ से आकर यात्रा में शामिल हो रहीं हैं। उनका प्रयास होगा कि वे डोंगरगढ़ में भी इसी तरह की पहल कर सकें।
जीवन में परिवर्तन को लोग कर रहे हैं महसूस - डॉ. मनीष बघेल,बीएमओ,छुईखदान
कॉलोनी के हनुमान मंदिर में धर्मयात्रा के 63 वें पड़ाव के सूत्रधार विकास खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ.मनीष बघेल ने कहा कि धर्मयात्रा के प्रत्येक पड़ाव में अपार जन समूह की मौजूदगी बता रही है कि सामूहिक सुंदरकांड के माध्यम से जीवन में परिवर्तन को महसूस कर रहे हैं। जो अभूतपूर्व है।
सामाजिक समरसता का बना माध्यम
धर्मयात्रा के माध्यम ख़ैरागढ़ से नियमित रूप से मंगलवार को जारी सामूहिक सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ सामाजिक समरसता की राह सशक्त कर रहा है। पाठ पश्चात सामूहिक महाप्रसादी प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिना किसी भेद के शामिल हो रहे हैं।
भजन कर रहे उत्साह का संचार
पाठ के साथ ही धर्मयात्रा में संगीत विवि की व्याख्याता व गायिका डॉ. विधा सिंह राठौर की सांगीतिक प्रस्तूति भी श्रद्धालुओं को धर्मयात्रा से जोड़ रही है। जिसमें उनका साथ विवि के कलाकार दे रहे हैं। धर्मयात्रा में राजीव चंद्राकर,हर्ष वर्धन वर्मा,अजेन दशरिया,पुखराज जंघेल,भूप वर्मा,पिंटू सेन,राहुल यादव अनवरत साथ चल रहे हैं।