Print this page

Khairagarh: मुढ़ीपार के चार स्वास्थ्यकर्मियों सहित मिले 29 नए Corona संक्रमित

खैरागढ़। शहर सहित ग्रामीण एरिया में कोरोना पॉजिटिव की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को चार साल की बच्ची से लेकर 78 साल के बुजुर्ग को मिलाकर एक ही दिन में 29 नए कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है। जहां ग्रामीण क्षेत्र से सात, तो शहर के अलग-अलग इलाकों में 22 संक्रमित मिले है। संक्रमितों में दो सिविल अस्पताल का स्टॉफ और चार लोग मुढ़ीपार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से संबंध रखते है। जिनमें दो तीन महिला कर्मचारी शामिल है। बुधवार को सामने मरीजों में से 22 संक्रमितों को होम आइसोलेट में रखा गया है। वही पांच लोगों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है।
 
यह भी पढ़ें: ‘बाबा' की बिसात पर ‘जोगी’ का आघात ✍️प्राकृत शरण सिंह
 
जबकि दो लोगों की पेंड्री स्थित कोविड सेंटर में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शहर के रश्मिदेवी नगर से चार और दुर्गा चौक तीन लोग संक्रमित निकले है। नया बस स्टैंड, सिविल अस्पताल और सिविल लाइन से दो-दो नए मरीज सामने आए है। वही तुरकारीपारा, खम्हरिया, लालपुर, बरेठपारा सहित अन्य क्षेत्र से क्रोरोना मरीज समाने आए है। 
 

कांटेक्ट ट्रेसिंग नहीं कर पा रहा विभाग

कोरोना संक्रमण लगातार विकराल रूप धारण करते जा रहा है। संक्रमित निकलने वालों लोगों का स्वास्थ्य विभाग हिस्ट्री नहीं खंगाल पा रहा है। इससे संक्रमण का सिलसिला जारी है। रोजाना दर्जनभर से ज्यादा मरीज सामने आ रहे है। खासतौर पर त्यौहारी सीजन में जिस तरह से लोगों ने लापरवाही बरती है। उससे संक्रमितों की संख्या में इजाफा होने की आशंका जतायी जा रही है। इधर ग्रामीण एरिया में खेती-किसानी का काम चलने की वजह से लोग जांच कराने नहीं पहुंच रहे है। यहीं वजह है कि संक्रमितों की संख्या में कमी आयी है।
 
यह भी पढ़ें: ‘बाबा' की बिसात पर ‘जोगी’ का आघात ✍️प्राकृत शरण सिंह
 

प्रशासन का नहीं मिल रहा साथ

स्वास्थ्य विभाग को प्रशासन का पूरी तरह से सहयोग नहीं मिल पा रहा है। जहां डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी लगातार कोरोना से लड़ाई लड़ रहे है, वही प्रशासनिक अधिकारी कोविड नियमों का पालन करने के निर्देश जारी कर अपनी जिम्मेंदारी से पल्लाझाड़ रहे है। प्रशासनिक अधिकारी होम आइसोलेट लोगों की पूछपरख नहीं कर रहे है। यहीं वजह है कि संक्रमित लोग अपनी मनमानी कर रहे है। साथ ही शहर में संक्रमण का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
Rate this item
(0 votes)
Last modified on Wednesday, 18 November 2020 18:13
रागनीति डेस्क-2

Latest from रागनीति डेस्क-2