दिवाली से पहले विरोध के बावजूद ऐतिहासिक फतेह मैदान में पालिका ने लगाई थी पटाखा दुकानें, नाराज खिलाड़ियों ने किया था बहिष्कार।
खैरागढ़. दिवाली के बाद पटाखा दुकान हटते ही गुरुवार (19 नवंबर) सुबह सीएमओ सीमा बख्शी झाड़ू लेकर अपनी पूरी टीम के साथ फतेह मैदान में उतरी। खुद तो झाड़ू लगाया ही, सब इंजीनियर, लेखापाल सहित बाकी कर्मचारियों से भी मैदान साफ करवाए।
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पटाखों के अवशेष, झिल्लियां, डिब्बे, कांच के टुकड़े आदि उठवाए। ऐतिहासिक मैदान का कोना-कोना खंगाला। नगर पालिका की पूरी टीम ने सारी गंदगी घंटे भर में साफ कर दी। केवल यही नहीं उन गड्ढों को भी भरवाया, जिसे दुकान लगाने के लिए खोदा गया था ताकि खिलाड़ियों को तकलीफ न हो।
नगर पालिका टीम के मैदान में उतरने की खबर लगते ही सभापति मनराखन देवांगन भी मैदान पहुंच गए। उनके साथ एल्डरमेन सुरेंद्र सोलंकी भी थे। मनराखन ने बताया कि मैदान में पटाखा दुकान लगाने का विरोध करने वाले खिलाड़ियों से उन्होंने वादा किया था कि दुकान हटने के बाद वे खुद सफाई का ध्यान रखेंगे। सीएमओ ने सक्रियता दिखाई तो वे भी वादा निभाने पहुंच गए।
इधर नगर पालिका की टीम को मैदान में सक्रिय देख शहर वासियों के बीच खासी प्रतिक्रिया रही। भागवत शरण सिंह ने सीएमओ और सभापति सहित पूरी टीम का आभार जताते हुए कहा कि इससे उम्मीद बंधी है। इस बात की कि भविष्य में मैदान के रख रखाव के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। इसके साथ ही दुकानों के लिए वैकल्पिक स्थलों पर भी विचार किया जाएगा।
खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए हो मैदान का उपयोग
खिलाड़ियों का कहना है कि फतेह मैदान का उपयोग केवल खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए होना चाहिए। इसके व्यवसायिक उपयोग पर प्रतिबंध लगना चाहिए। दिवाली के पहले पटाखा दुकान लगाने का भी विरोध किया गया था। प्रशासन ने पुराने गार्डन के पास स्थल चयन किया भी, फिर सुरक्षा के मद्देनजर मैदान में ही दुकानें लगाई गईं।
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