सोनेसरार निवासी राजेश प्रजापति ने एसडीएम से की शिकायत, लिखा- सरकारी नौकरी में रहते हुए गांव में राजनीति कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं सुदामा कोठले।
चिट फंड मामले में जेल गए नगर पालिका के नेता प्रतिपक्ष कमलेश कोठले के पिता सुदामा कोठले पर गांव की शांति व्यवस्था भंग करने और लोगों को गुमराह करने का आरोप लगा है। सोनेसरार निवासी राजेश पिता स्व. परदेशी प्रजापति ने एसडीएम से शिकायत की है कि सुदामा और गांव के कोटवार बिसौहा ने अन्य 24 लोगों को गुमराह किया है।
यह भी पढ़ें: कंटेनमेंट जोन की सीमा पर असमंजस, बख्शी मार्ग व मस्जिद रोड में छिड़ी बहस, समझाइश के बाद माने व्यापारी
राजेश का आरोप है कि लोगों को गुमराह कर उनके विरुद्ध झूठी शिकायत की गई है। जबकि नियम के अनुसार किसी भी सरकारी कर्मचारी अथवा लोक सेवक का राजनीति करना प्रतिबंधित है। इसके बावजूद जानबूझ कर खुल्लम खुल्ला राजनीति कर रहे हैं। यह सरकारी आचरण अधिनियम का सरासर उल्लंघन है।
राजेश का आरोप है कि सोनेसरार वार्ड-14 में निजी भूमि पर मुक्तिधाम बनाना और कमलेश व सुदामा कोठले की जमीन पर नाली बनाना, सरकारी धन का दुरुपयोग है। ऐसा कर सरकारी राशि का गबन किया है। उनका आरोप है कि 23 अक्टूबर 2020 को शिकायत बाद न सीएमओ ने इस प्रकरण की जांच की और न ही एसडीएम ने।
यह भी पढ़ें: कंटेनमेंट जोन की सीमा पर असमंजस, बख्शी मार्ग व मस्जिद रोड में छिड़ी बहस, समझाइश के बाद माने व्यापारी
उल्टे इस शिकायत के बाद नेता प्रतिपक्ष के पिता सुदामा सहित अन्य ने 28 अक्टूबर 2020 को उन्हीं (राजेश) के विरुद्ध एसडीएम व सीएमओ से झूठी शिकायत की गई है। इसे लेकर भी प्रशासन ने किसी तरह की जांच नहीं की। राजेश का आरोप है कि प्रकरणों की जांच न होने से लग रहा है कि प्रशासन आरोपियों को बचा रहा है।
गबन से ध्यान हटाने कराई गई है शिकायत
राजेश का आरोप है कि सरकारी पैसे के गबन से ध्यान हटाने के लिए सरकारी कर्मचारी द्वारा झूठी एवं असत्य शिकायत कराई गई है। इससे उनके मान-सम्मान को ठेस पहुंची है। इसके लिए उन्होंने सुदामा सहित अन्य से एक लाख रुपए की आर्थिक क्षति दिलाने की गुहार भी लगाई है।
राजेश का कब्जा भी जगजाहिर है: सुदामा
इस बारे में शिक्षक सुदामा कोठले का कहना है कि श्मशान घाट वाली जमीन हमारी लगानी जगह है, लेकिन बस्ती वाले उसका उपयोग करते आ रहे हैं। हमने कभी कोई आपत्ति नहीं की। हमारे पड़ोसी की जगह भी श्मशान घाट के उपयोग में ली जा रही है। पूरी बस्ती हमारे साथ है।
यह भी पढ़ें: कंटेनमेंट जोन की सीमा पर असमंजस, बख्शी मार्ग व मस्जिद रोड में छिड़ी बहस, समझाइश के बाद माने व्यापारी
राजेश प्रजापति ने जो शासकीय भूमि पर कब्जा किया है, वह भी जग जाहिर है। किसी को गुमराह नहीं किया जा रहा है, सच बात बोलने का अधिकार तो सभी को है।