खैरागढ़ किल्लापारा स्थित माधव मेमोरियल हॉस्पिटल की पड़ताल में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया गया कि हॉस्पिटल की लैब में Covid Test भी किए गए हैं, जबकि वहां की लैब भी इसके लिए अधिकृत नहीं है। गुरूवार को जांच के लिए पहुंची टीम ने जब लैब का निरीक्षण किया तो उन्हें इसके सबूत मिले।
पड़ताल के दौरान हॉस्पिटल के संचालक डॉ. दुग्धेश्वर साहू से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बीएमओ डॉ. विवेक बिसेन के सवालों के गोलमोल जवाब दिए। बताया गया कि कोरोना टेस्ट के लिए अधिकृत लैब को ही किट दिए जाते हैं। आशंका जताई जा रही है कि किसी अथॉराइज्ड लैब ने माधव मेमोरियल को यह किट उपलब्ध कराई। हालांकि उस अधिकृत लैब् के बारे में फिलहाल पता नहीं चला है, जिसने किट उपलब्ध कराया।
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सबसे बड़ी बात ये कि डॉ. साहू का कहना है कि लैब चालू ही नहीं है, अगर ये सच है तो कोरोना टेस्ट कैसे हुए। यही सवाल जब डॉ. बिसेन ने पूछा, तो साहू बगले झांकने लगे। फिर बोले कि लैब में काम करने वाले कर्मचारी ने ऐसा किया होगा। उसे उन्होंने भगा दिया है।
पूरा सील नहीं कर पाए हॉस्पिटल
हॉस्पिटल की जांच के बाद डॉक्टरों के कैबिन, ऑपरेशन थिएटर, लैब, दवा दुकान आदि सील कर दिया गया, लेकिन हॉस्पिटल के गेट पर ताला नहीं लगा पाए, क्योंकि हॉस्पिटल के टॉप फ्लोर पर वहां काम करने वाली महिलाएं रहती हैं। इसी को देखते हुए पूरा हॉस्पिटल सील नहीं किया गया है।
पांच घंटे तक चली कार्रवाई
गुरूवार को तकरीबन सवा 3 बजे पहुंची टीम रात लगभग 8 बजे तक हॉस्पिटल में ही रही। इस दौरान हॉस्पिटल का कोना-कोना खंगाला गया। इसके बाद संचालक डॉ. दुग्धेश्वर साहू से पूरी पूछताछ हुई, लेकिन कोरोना किट को लेकर वे अंत तक गोलमोल जवाब देते रहे।
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