ख़ैरागढ़. पार्थिव देह को तिरंगा ओढ़ाया गया,गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वीरेश्वर महादेव मंदिर परिसर में ख़ैरागढ़ विधानसभा के विधायक देवव्रत सिंह को उनके पुत्र आर्यव्रत सिंह ने चिता को मुखाग्नि दी। श्रद्धांजलि सभा को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि अल्पायु में अपार सम्भावनाओं से बने राजनीतिक व्यक्तित्व का जाना हृदय विदारक है। डॉ.रमन ने कहा कि मैंने उनको बड़ा होते देखा है। विधानसभा सत्र में उनकी बातों को सुनते थे। ख़ैरागढ़ को जितनी क्षति पहुंची है,उतनी ही क्षति प्रदेश को पहुंची है। प्रदेश सरकार रविंद्र चौबे ने भावुक होते हुए कहा कि विधानसभा के सबसे ज्ञानवान व्यक्तियों में देवव्रत सिंह का नाम अग्रणी था। उनका जाना अपूरणीय क्षति है। लोकसभा सांसद संतोष पांडेय ने कहा कि दिल्ली में हुई मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा कि विचारधारा में भले अलग रहे पर जब मिलते तो गले मिलकर हंसकर बात करते। सांसद पांडेय ने कहा कि उनका जाना अपूरणीय है। अंतिम यात्रा में धनेश पाटिला,भुवनेश्वर बघेल,दलेश्वर साहू,छन्नी साहू,मधुसुदन यादव,गिरवर जंघेल,पदम् कोठारी,कोमल जंघेल,सिद्धार्थ सिंह,सचिन बघेल,विक्रांत सिंह,भवानी बहादुर सिंह,खम्मन ताम्रकार सहित अन्य ने सहित बड़ी संख्या में नगरवासी शामिल रहे।
कवासी लखमा और अमित जोगी ने पैलेस में दी श्रद्धांजलि
मंत्री कवासी लखमा व जोगी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी ने कमल विलास पैलेस में जाकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
समर्थक फूट - फुटकर रोए
आकस्मिक निधन से स्व.देवव्रत सिंह के समर्थक गमगीन रहे। अंतिम यात्रा में समर्थक फुट - फुटकर रोए।