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बस्तर के पदयात्री किसानों ने अभनपुर में डाला डेरा, आज रायपुर में प्रदर्शन

By September 18, 2018 3337 0

बस्तर से राजधानी रायपुर तक पदयात्रा कर रहे किसानों ने राजधानी से 25 किलोमीटर दूर अभनपुर में डेरा डाल दिया है। बस्तर के किसानों के साथ मंगलवार को पदयात्रा में हिंदुत्ववादी नेता प्रवीण तोगड़िया और मध्यप्रदेश के बड़े किसान नेता शिवकुमार शर्मा उर्फ कक्काजी भी शामिल हो रहे हैं। ये दोनों नेता सुबह की फ्लाइट से रायपुर आएंगे। अभनपुर से रायपुर के बीच जहां पदयात्रा पहुंची होगी वहीं से ये दोनों भी पैदल मार्च शुरू कर देंगे। सोमवार को अभनपुर में प्रदेश के विभिन्न् किसान संगठनों की बैठक बुलाई गई थी।

 

इस बैठक में चुनावी साल में केंद्र और राज्य सरकारों की वादाखिलाफी के विरूद्ध संघर्ष करने के लिए छत्तीसगढ़ किसान फेडरेशन का गठन किया जाना था। अभनुपर में बस्तर और राजनांदगांव के ही किसान नेता जुट पाए। सभी जिलों के किसान नेता नहीं पहुंच पाए इसलिए फेडरेशन के गठन पर निर्णय नहीं हो पाया।

 

छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के संयोजक राजकुमार गुप्त ने कहा-राजनांदगांव में किसानों को रोके रखा गया, आने ही नहीं दिया गया। अन्य जगहों से किसान पहुंच नहीं पाए। मंगलवार को सभी पहुंचेंगे। फेडरेशन के गठन के लिए जल्द ही रायपुर में बैठक बुलाई जाएगी। राजकुमार सोमवार की बैठक में शामिल रहे। उन्होंने कहा कि किसानों के सरकारी दमन का मुद्दा भी अब उठाया जाएगा।

बस्तर से पैदल आ रहे किसानों के नेता सुरेश गुप्ता ने बताया कि मंगलवार को सरगुजा, भिलाई, दंतेवाड़ा, बालोद समेत कई जिलों के किसान रायपुर में जुटेंगे। सुबह 8 बजे बस्तर के किसान अभनपुर से पैदल रवाना होंगे। रास्ते में तोगड़िया और कक्काजी इसमें शामिल हो जाएंगे। किसानों की यह पदयात्रा रायपुर के लाखेनगर मैदान में समाप्त होगी। यहीं एक सभा का आयोजन भी किया जाएगा।

सुरेश ने बताया कि जो पैदल आ रहे हैं उनके अलावा करीब दो हजार किसान वाहनों से सीधे सभा स्थल पर पहुंचेंगे। किसानों का यह आंदोलन राष्ट्रीय किसान परिषद के बैनर तले हो रहा है जिसके नेता प्रवीण तोगड़िया हैं। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के शिव कुमार शर्मा उनका साथ देने यहां आ रहे हैं।

यह है किसानों की मांगें

 

किसान कर्जमाफी, धान का समर्थन मूल्य 25 सौ करने, फाइनेंस कंपनियों के मकड़जाल में फंसे बस्तर के किसानों को राहत दिलाने, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें पूरी तरह लागू करने आदि की मांग कर रहे हैं। बताया गया है कि यह आंदोलन का आगाज भर है। आने वाले दिनों में इसका विस्तार पूरे प्रदेश में किया जाएगा।

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Last modified on Thursday, 09 January 2020 12:36
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